Darood Sharif Pak In Hindi Mein
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Chota, Short Beautiful Darood Sharif Pak In Hindi Mein
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दुरूदे शफाअत🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिव व अ न ज़िल हुल मक़अदल मुक़र्रबा इन्दका यौमल क़ियामति, सल्ललाहु अलैहि व सल्लम। 🕌
💫 हजरते रुवैफ़अ़ बिन साबित अंसारी फरमाते हैं कि रसूलल्लाह सल्ललाहु अलैहि व सल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि जिसने यह कहा, उसके लिए मेरी शफ़ाअत वाजिब हो गई। 💫
हुजूर सल्ललाहु अलैहि व सल्लम की जियारत🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला रूहि मुहम्मदिन फिल अर्वाहि व सल्लि अला जसदि मुहम्मदिन फिल अजसादि व सल्लि अला क़ब्रि मुहम्मदिन फिल कुबूरि। 🕌
💫 जो शख्स यह दुरूद शरीफ़ पढ़ेगा, उसे ख्वाब में हुजुरे अकरम सल्ललाहु अलैहि व सल्लम की जियारत होगी। 💫
दुरूदे गौसिया🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला सय्यिदिना व मौलाना मुहम्मदिम मअ्दिनिल जूदि वल करमि व आलिही व बारिक व सल्लिम। 🕌
📜 हदीस शरीफ़: हुजूर रहमते आलम सल्ललाहु अलैहि व सल्लम फरमाते हैं कि क़ियामत के दिन मुझ से सबसे ज्यादा क़रीब वह होगा जिसने सबसे ज्यादा मुझ पर दुरूद भेजा है। 📜
अगर आप Namaz Ka Tarika In Hindi में स्टेप बाय स्टेप सीखना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करके सिख सकते हैं।
रोज़ी में बरकत🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन अब्दिका व रसूलिका व सल्लि अलल मुअ्मिनीना व मुअ्मिनाति वल मुस्लिमीना वल मुस्लिमाति। 🕌
💫 जिस शख्स की यह ख्वाहिश हो कि उसका माल बढ़ जाए, वह इस दुरूद शरीफ़ को पढ़े। 💫
दुरूदे इब्राहीमी🌟
असली दुरूदे इब्राहीमी:
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला सय्यिदिना मुहम्मदिव व अला आलि सय्येदिना मुहम्मदिन कमा सल्लेता अला सय्यिदिना इब्राहिमा व अला आलि सय्यिदिना इब्राहिमा, इन्नका हमीदुम मजीद। 🕌
🕌 अल्लाहुम्मा बारिक अला सय्येदिना मुहम्मदिव व अला आलि सय्येदिना मुहम्मदिन कमा बारकता अला सय्यिदिना इब्राहिमा व अला आलि सय्यिदिना इब्राहिमा, इन्नका हमीदुम मजीद। 🕌
दुरूदे इब्राहीमी की महत्वपूर्णता:
💫 दुरूदे इब्राहीमी सभी दुरूदों में सबसे अफजल है। 💫 यह नमाज़ में भी पढ़ा जाता है, इसलिए इसे याद रखना बहुत जरूरी है। 📜
आसान दुरूदे इब्राहीमी:
🕌 अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा सललेता अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम, इन्नक हमीदुम मजीद। 🕌
🕌 अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारकता अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम, इन्नक हमीदुम मजीद। 🕌
मस्जिद में आने और जाने पर दुरूद शरीफ🌟
🕌 बिस्मिल्लाहि, अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन। 🕌
💫 हुजूर सल्ललाहु अलैहि वसल्लम जब मस्जिद में जाते या मस्जिद से निकलते, तो यह दुरूद शरीफ पढ़ते थे। 💫
मुकम्मल दुरूद शरीफ🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन। 🕌
📜 हुजूरे अकरम सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने सहाबा से एक मर्तबा फ़रमाया कि तुम ना-मुकम्मल दुरूद शरीफ़ न पढ़ा करो। फिर सहाबए किराम के दर्याफ्त करने पर आप ने यह दुरूद शरीफ़ तालीम फ़रमाया। 📜
दोज़ख़ से नजात🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन निन नबीय्यिल उम्मिय्यि व अला आलिही वसल्लिम। 🕌
💫 हजरत खल्लाद रहमतुल्लाह अलैह जुम्मा के दिन यह दुरूद शरीफ़ एक हजार मर्तबा पढ़ते थे। उनके इंतकाल के बाद उनके तकिया के नीचे से एक कागज मिला, जिस पर लिखा हुआ था कि यह ख़ल्लाद दिन कसीर के लिए दोजख़ से आजादी का परवाना है। 💫
जन्नत में ठिकाना🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन निन नबीय्यिल उम्मिय्यि अलैहिस-सलामु। 🕌
💫 जुम्मा के दिन एक हजार मर्तबा यह दुरूद शरीफ़ पढ़ने वाले को मरने से पहले जन्नत में उसका ठिकाना दिखा दिया जाएगा। 💫
अस्सी साल की इबादत का सवाब🌟
🕌 अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन निन नबीय्यिल उम्मिय्यि व अला आलिही व सल्लिम तस्लीमा। 🕌
💫 जुमअ के दिन जहां नमाज़े अस्र पढ़ी हो, उसी जगह उठने से पहले अस्सी मर्तबा यह दुरूद शरीफ़ पढ़ने से अस्सी साल के गुनाह माफ होते हैं और अस्सी साल की इबादत का सवाब मिलता है। 💫
परेशानियाँ दूर हो 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मद निन नबीय्यिल उम्मिय्यि ताहिरिज़ ज़क्किय्यि सलातन तुहल्लु बिहिल उक़दु व तुफ़वकू बिहिल कुर्बु।
यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) बार-बार पढ़ने से अल्लाह तआला परेशानियाँ दूर कर देता है। 😊
दुरूदे इस्मे अअज़म 😊
अल्लाहु रब्बु मुहम्मदिन सल्ला अ़लैंहि वसल्लमा
नहनु इबादु मुहम्मदिन सल्ला अ़लैहि वसल्लमा।
यह दुरूद शरीफ (Darud Sharif) को सौ मर्तबा रोजाना पढ़ें, फिर देखिए कि दीन व दुनिया के हर काम में कामयाबी आपके क़दम चूमेगी। नाकामी कभी दूर से भी नहीं गुज़रेगी। 😊
मग़फ़िरत का जरीया 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मद कुल्लमा ज़कर्हुज़ ज़ाकिरूना व कुल्लमा ग़फला अ़न ज़िकरिहिल ग़ाफिलूना।
इमाम इस्माईल बिन मुजनी ने हजरत हमाम शाफ़ई को ख्वाब में देखा और पूछा, अल्लाह तआला ने आपके साथ क्या मुआमला फरमाया? उन्होंने जवाब दिया, इस दुरूद शरीफ (Darud Sharif) की बरकत से अल्लाह तआला ने मुझे बख्श दिया और इज्जत-ओ-एहतराम से जन्नत में ले जाने का हुक्म दिया। 😊
हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के रोज़े मुबारक की जियारत 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन सलातन तकूनु लका रिदन व लि-हक़्क़िही अदा-अन।
जो शख्स नमाजे फजर और नमाजे मग़रिब के बाद 33-33 बार यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) पढ़ेगा, तो उसकी कब्र और रोज़े अकदस के दरमियान एक खिड़की खुल जाएगी और उसे रोज़े अक़दस की जियारत नसीब होगी। 😊
खजिनए फ़ज़ाइलो बरकात 😊
सल्लल्लाहु अ़लन-नबीय्यिल उम्मिय्यि व आलिही सल्लल्लाहु अ़लेहि वसल्लमा सलातें व सलामन अलैका या रसूलल्लाह।
यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) हर नमाज़ खासकर नमाजे जुमा के बाद मदीना मुनव्वरा की तरफ मुँह करके सौ मर्तबा पढ़ने से बेशुमार फ़ज़ाइलो बरकात हासिल होती हैं। 😊
सवाब में सबसे ज्यादा 😊
सल्लल्लाहु अला सय्यिदिना मुहम्मदिवें व आलिही व सल्लमा।
यह दुरूद शरीफ (Durud Sharif) पढ़ने में छोटा और सवाब में सबसे ज्यादा है। जो शख्स रोजाना पांच सौ मर्तबा इसको पढ़े, वह कभी मुहताज नहीं होगा। 😊
हर दर्द की दवा 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिम बि-अद्दि कुल्लि दा-इवें व दवा-इवैं व बारिक व सल्लिम।
हर दर्द और बीमारी दूर होने के लिए पहले और आखिर में यह दुरूद शरीफ (Darud Sharif) पढ़ें और बीच में बिस्मिल्लाह के साथ सूरए फातिहा पढ़कर दम करें। 😊
क़र्ज़ की अदाएगी 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन।
ज़ुहर की नमाज के बाद यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) सौ मर्तबा पढ़ने वाले को तीन बातें हासिल होंगी:
कभी मक़रूज नहीं होगा।
अगर कर्ज होगा तो वह अदा हो जाएगा, चाहे जितना भी कर्ज हो।
कियामत के दिन उसका कोई हिसाब नहीं होगा। 😊
दुरूदे बाइसे जियारत 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मद निन-नबीयिल उम्मिय्यि व आलिही व सल्लिम।
जो शख्स जुमा के दिन एक हजार मर्तबा यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) पढ़ेगा, उसे ख्वाब में रिसालत मआब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की जियारत होगी। पांच या सात जुमा तक पाबंदी से इसको पढ़ें। 😊
जन्नत के फल 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन अ़ब-दिका अ़ला आलि मुहम्मदिवें व बारिक व सल्लिम।
जो शख्स रोजाना इस दुरूद शरीफ (Durud Sharif) की पाबंदी करे, वह जन्नत के खास फल और मेवे खाएगा। 😊
हजार दिन तक सवाब मिलना 😊
सल्लल्लाहु अला मुहम्मदिवें व जज़ाहु अ़न्ना मा हुवा अह्-लुहू।
जो शख्स यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) पढ़े, सवाब लिखने वाले सत्तर फरिश्ते एक हजार दिन तक इसका सवाब लिखेंगे। 😊
तमाम दुरूदों के बराबर 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिम बि-अद्दि कुल्लि जिकरिही अल्फ़ा अल्फ़ि मर-रतिन।
यह दुरूद शरीफ (Darud Sharif) पढ़ना हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर सारे दुरूद भेजने के बराबर है। 😊
अर्शे अज़ीम के बराबर सवाब 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिम मिल-अस-समा-वाति व मिल-अल-अर्दि व मिल-अल-अर्शिल अज़ीम।
इस दुरूद शरीफ (Durud Sharif) के पढ़ने वाले को आसमान और जमीन भरकर और अर्श अजीम के बराबर सवाब मिलता है। 😊
दुनिया व आख़िरत की बरकत का हुसूल 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला सय्यिदिना मुहम्मदिवें व आलिही व सहूबिही व सल्लिम बि-अद्दि मा फ्री जमीइल कुरआनि हरफन हरफवें व बि-अद्दि कुल्लि हरफिन अल्फ़न अल्फ़न।
दुनिया और आख़िरत की बरकतें हासिल करने के लिए अपने वजाएफ व मामूलात के ख़त्म पर यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) पढ़ लिया करें। 😊
चाँद की तरह चेहरा रोशन होना 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला नबीय्यि मुहम्मदिन हत्ता ला यबका मिन स़लातिका शैउँ व बारिक अ़लन नबीय्यि मुहम्मदिन हत्ता ला यब का मिन बर कातिका शैउँ वरहमिन नबीय्या हत्ता ला यब का मिन रहमतिका शैउँ व सल्लिम अलन नबीय्यि मुहम्मदिन हत्ता ला यब का मिन सलामिका शैउँ।
हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के इरशाद के मुताबिक इस दुरूद शरीफ (Darood Sharif) के पढ़ने वाले का चेहरा पुल सिरात से गुजरते वक्त चाँद से ज्यादा चमकदार होगा। 😊
कामिल दुरूद शरीफ 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन कमा अमरतना अन नुसल्लिया अ़लैहि व सल्लि अ़लैहि कमा यंमबगी अय्युसल्ला अ़लैंहि।
हजरते अनस रज़ियल्लाहु ने रसूले करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से ऐसा दुरूद शरीफ दर्याफ्त किया जिसे कामिल दुरूद शरीफ (Darood Sharif) कहा जा सके, तो आपने यह दुरूद तलकीन फरमाया। 😊
क़ुर्बे ख़ास का ज़रिया 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन – कमा तुहिब्बु व तर्दा लहू।
रसूले करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने एक रोज एक शख्स को अपने और हजरत सिद्दीक अकबर रज़ियल्लाहु अन्हु के दरमियान बिठाया। सहाबा को इस पर तअज्जुब हुआ। आपने फरमाया, यह शख्स मुझ पर यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) पढ़ता है। 😊
दुआ क़ुबूलियत की दुरूद शरीफ 😊
अल्लाहुम्मा रब्बा हाज़िहिद दअवतित ताम्मति वस्सलातिल काइमति सल्लि अला मुहम्मदिवें वर्दा अन्हु रिदल ला सखता बअदहू।
जो शख्स अजान के वक्त यह दुरूद शरीफ (Darud Sharif) पढ़ेगा, अल्लाह तआला उसकी दुआ कबूल फरमाएगा। 😊
दुआ ए क़ुनूत के बाद पढ़ने वाली दुरूद शरीफ 😊
व सल्लल्लाहु अला नबीय्यि मुहम्मदिवँ व सल्लमा।
हजरते हसन रज़ियल्लाहु तआला अन्हु दुआ ए क़ुनूत के बाद यह दुरूद शरीफ (Darood Sharif) पढ़ा करते थे। 😊
🕌 मग़फ़िरत का जरिआ 🕌
अल्ह़म्दु लिल्लाहि अ़ला कुल्लि हालिवें व् सल्लल्लाहु अ़ला मुहम्मदिवें व अ़ला अह्लि बैतिही।
जो शख्स छींक आने पर ये दुरूद शरीफ़ पढ़ेगा, तो अल्लाह की तरफ से एक परिन्दा पैदा होगा 🕊️ जो अर्श के नीचे फड़फड़ाएगा और अर्ज़ करेगा कि इस दुरूद शरीफ़ के पढ़ने वाले को बख्श दे। 🌟
🕌 ताबिईन का दुरूद शरीफ़ 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिवँ व अ़ला अबीना इब्राहीमा।
हज़रते सूफ़यान बिन अय्येना ने फ़रमाया: मैंने सत्तर साल से ज़्यादा हज़रात-ए-ताबिईन रहमतुल्लाह को दौराने तवाफ़ ये दुरूद शरीफ़ पढ़ते हुए सुना। 📿
🕌 दुश्वारी दूर हो 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन कमा हुवा अ़ह्लुहू व मुस-तहिक़-क़ुहू।
जिस शख्स को कोई दुश्वारी पेश हो, वो तन्हाई में बा वुज़ु ये दुरूद शरीफ़ एक हजार मर्तबा पढ़े और एक हजार मर्तबा कलिमा तय्येबा पढ़कर दिल से दुआ करे। इंशा अल्लाह तआला दुश्वारी दूर होगी। 🌟
🕌 दस हजार मर्तबा दुरूद शरीफ़ के बराबर 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन अफ़-द़ला स़-ल-वातिका।
इस दुरूद शरीफ़ के बारे में मन्क़ूल है कि ये दस हजार मर्तबा दुरूद शरीफ़ पढ़ने के बराबर है। 📿
🕌 बुजुर्ग दुरूद शरीफ़ 🕌
या हमीदु स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुहम्मदिन या मजिदु स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुमज्जदिवँ व आलिही व स़ह्बिही व बारिक व सल्लिम।
रसूल-ए-अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: मैं अपने अहले मुहब्बत का दुरूद खुद सुनता हूँ और उन्हें पहचानता हूँ। जो इस मर्तबे का नहीं, उनका दुरूद मुझे फ़रिश्ते पहुँचा देते हैं। 🌟
🕌 अस्सी साल के गुनाह मुआफ 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन अ़ब्दिका व रसूलिकन-नबीय्यिल उम्मीय्यि।
हुज़ूर-ए-अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के इर्शाद के मुताबिक़, जो शख्स अस्सी मर्तबा ये दुरूद शरीफ़ पढ़ेगा, अल्लाह तआला उसके अस्सी साल के गुनाह मुआफ फ़रमा देगा। 🌟
🕌 औलाद को इज्जत दिलाना 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिल अ़ालमीना हबीबिका मुहम्मदिवँ व आलिही सलातन अन्ता अहमुँव व बारिक व सल्लिम कज़ालिका।
जो शख्स सुबह और शाम सात-सात मर्तबा इस दुरूद शरीफ़ को पाबंदी से पढ़ेगा, उसकी औलाद को अल्लाह तआला बा इज्जत रखेगा। 🌟
🕌 जन्नत में मक़ाम देखना 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिंव व आलिही अल्फ़ा अल्फ़ा मर-रतिन।
जो शख्स जुम्मा के दिन हजार मर्तबा ये दुरूद शरीफ़ पढ़ेगा, वो उस वक्त तक नहीं मरेगा जब तक वो मरने से पहले जन्नत में अपना ठिकाना न देख ले। 🌟
🕌 बड़े पैमाने से सवाब मिलना 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन-नबीय्यि व अजवाजिही उम्म्हातिल मुअ् मिनीना व जुर्रियतिही व अह्लि बैतिही कमा स़ल्लेता अला इब्राहीमा इन्नका हमीदुम-मजीद।
हुज़ूर-ए-अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के इशाद के मुताबिक, जो शख्स चाहे कि उसे बड़े पैमाने के साथ सवाब मिले, उसे चाहिए कि ये दुरूद शरीफ़ पढ़े। 🌟
🕌 सदक़ा के क़ाएम मक़ाम 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन अ़ब्दिका व रसूलिका व स़ल्लि अ़लल मुअ् मिनीना वल मुअ् मिनाति वल मुस्लिमीना वल मुस्लिमाति।
हुज़ूर-ए-अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के इर्शाद के मुताबिक, जिस शख्स के पास सदक़ा देने के लिए कोई चीज न हो, वो ये दुरूद शरीफ़ पढ़े। ये उसके लिए ज़कात के क़ाएम मक़ाम है। 🌟
🕌 ड़ा जामे कौसर अता होगा 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिंवँ व अ़ला आलिही व अस़हाबिही व औलादिही व अज़वाजिही व जुर्रियतिही व अह्लि बैतिही व अस़-हारिही व अन्सारिही व अश्या-इही व मुहिब्बीही व उम्मतिही व अलैना म अ़हुम अजमइना या अरहमर्राहिमीन।
जो शख्स चाहे कि रसूल-ए-अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के हौज़े कौसर से बड़े पैमाने के साथ पानी नोश करे, उसको चाहिए कि ये दुरूद शरीफ़ पढ़ा करे। 🌟
🕌 हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की ज़ियारत 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन कमा अमरतना अ़न नुस़ल्लिय्या अ़लैहि अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन कमा हुवा अ़हलुहू अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन कमा तुहिब्बु व तर्दा लहू।
जो शख्स ख्वाब में हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की ज़ियारत करना चाहता हो, वो ये दुरूद शरीफ़ पढ़ा करे। 🌟
🕌 अफ़ज़ल दुरूद शरीफ़ 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुहम्मदिनिल-लज़ी मलअता क़ल-बहू मिन जलालिका व अ़ैनेहि मिन जमालिका फ़-अस-बहा फ़रिहम मसरूरम मुअ्य्येदम-मन्सूरा।
शैख़ अब्दुल्लाह नौअमान रहमतुल्लाह अलैह को ख्वाब में सौ मर्तबा हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ज़ियारत हुई। आखिरी मर्तबा में उन्होंने हुजूर से अफ़ज़ल दुरूद शरीफ़ दरयाफ़्त किया, तो आपने ये दुरूद शरीफ़ फ़रमाया। 🌟
🕌 तमाम औकात में दुरूद शरीफ़🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन फी अव्वलि कलामिना।
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन फी औसति कलामिना।
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला मुहम्मदिन फी आख़िरि कलामिना।
शैखुल इस्लाम अबुल अब्बास ने फ़रमाया, जो शख्स दिन और रात में तीन-तीन मर्तबा ये दुरूद शरीफ़ पढ़े, वो गोया रात और दिन के तमाम औकात में दुरूद भेजता रहा। 🌟
🕌 सत्तर हजार फ़रिश्तों का अस्तग़फ़ार 🕌
जज़ल्लाहु तआला अ़न्ना मुहम्मदन सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लमा मा हुवा अह्लुहू।
जो शख्स ये कहे, उसके लिए सत्तर हजार फ़रिश्ते एक हजार दिन तक अस्तग़फ़ार करते रहेंगे। 🌟
🕌 दस नेकियाँ 🕌
मौलाया स़ल्लि व स़ल्लिम दाइमन अ़-ब-दन अ़ला ह़बीबिका खै़रिल-ख़ल्क़ि कु़ल्लिहिमी।
अल्लाह तआला दुरूद शरीफ़ पढ़ने वाले के लिए दस नेकियाँ लिख देता है, उसके दस दर्ज़े बुलंद कर देता है और दस गुनाह मुआफ कर देता है। 🌟
🕌 दुरूदे इस्मे आज़म 🕌
अल्लाहु रब्बू मुहम्मदिन स़ल्ला अ़लैहि वसल्लमा न्हनु इबादु मुहम्मदिन स़ल्ला अ़लैहि वसल्लमा।
यह दुरूद शरीफ़ कम से कम सौ मर्तबा पढ़ना रोज़ाना अपना मअमूल बना लीजिये। फिर इसकी बरकत देखिये कि दींन व दुनिया के हर काम में कामयाबी आपके कदम चूमेगी, और नाकामी की बाढ़ कभी दूर से भी नहीं गुजरेगी। 🌟
🕌 छः लाख दुरूद शरीफ़ का सवाब 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना व मौलाना मुहम्मदिन अ़द़ा-द-मा फ़ी ईल्मिल्लाहि सलातन दा-इ-मतम बि-दवा-मि मुलकिल्लाही।
शैखुद दलाइल ने हज़रात जलालुद्दीन सीयुती से रिवायत की, इस दुरूद शरीफ़ को एक बार पढ़ने से छः लाख दुरूद शरीफ़ का सवाब हासिल होता है। 🌟
🕌 दीदारे सरकारे दो आलम स़ल्ललाहु तअ़ाला अ़लैहि व् सल्लम 🕌
अल्लाहुम्मा स़ल्लि व स़ल्लिम व बारिक अ़ला सय्यिदिना व मौलाना मुहम्मदिन-निन नबीय्यिल उम्मिय्यि ह़बीबिल अ़ालियि क़द्रिल अ़ज़ीमिल जाहि व अ़ला आलिही व स़ह्बिही व सल्लिम।
बुजुर्गों ने फ़रमाया कि जो शख्स हर शबे जुम्मा (जुमेरात और जुम्मा की दरमियानी रात) इस दुरूद शरीफ़ को पाबंदी से कम से कम एक बार पढ़ेगा, मौत के वक्त सरकारे दो आलम स़ल्ललाहु तअ़ाला अ़लैहि व सल्लम की ज़ियारत करेगा। और क़ब्र में दाखिल होते वक्त भी देखेगा कि सरकार उसे क़ब्र में अपने रहमत भरे हाथों से उतार रहे हैं। 🌟
🕌 दुरूदे खज़री 🕌
स़ल्ललाहु अ़ला ह़बीबिही व मुहम्मदिवँ व आलिही व बारका वसल्लम।
यह एक ऐसा दुरूदे पाक है कि न केवल रौज़-ए-अक़्दस स़ल्ललाहु तअ़ाला अ़लैहि व सल्लम की हाज़िरी नसीब होती है, बल्कि मुरादें भी पूरी होती हैं और मुहब्बत में यक़ीनन इज़ाफ़ा होता रहता है। वास्तव में, दुरूदे खज़री एक बड़ी नेअमत है। 🌟
दुरूदे नूर ✨ Durood-e-Noor<,u>
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुह़म्मदिन नूरील अनवारि व सिर्रिल असरारि व सय्यिदिल अबरारि।
कर्रमल्लाहू वजहहु से हदीस शरीफ नक़ल है कि तुम्हारा मुझ पर दुरूद (Darud Sharif) पढ़ना तुम्हारी दुआओं की हिफाज़त करने वाला है और तुम्हारे रब की रज़ा का सबब है। 🌟
दुरूदे जमाली🌺
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुह़म्मदिवँ व अ़ला आलिही बी-क़दरी हुसनिही व जमालिही।
हज़रत इमाम हसन बिन अली रदियल्लाहु अन्हुमा का इरशाद है कि जो शख्स किसी मुहीम या परेशानी में हो, इस दुरूदे पाक (Darood-e-Pak) को हजार बार मुहब्बत व शौक से पढ़े और अल्लाह तआला से दुआ करे, तो अल्लाह तआला उसकी मुसीबत टाल देगा और उसे अपनी मुराद में कामयाब कर देगा। 🌼
मुँह की बदबू ज़ाइल करने का नुस्खा🌿
अल्लाहुम्मा स़ल्लि व स़ल्लिम अ़लन नबीय्यत् ताहिरि।
दुरूदे पाक (Darood-e-Pak) एक ही सांस में ग्यारह मर्तबा पढ़ने से, बूदार चीजें खाने के बाद मुँह में पैदा होने वाली बदबू दूर हो जाती है। 🌬️
दुरूदे ख़ास 🌟
स़ल्ललाहु अलैका या मुह़म्मदु नुरम-मिन नुरिल्लाहि।
कोई रंज या मुसीबत आ जाए तो सिद्क़ से इस दुरूद शरीफ (Durud Sharif) को पढ़ने से हर किस्म की मुसीबतें, तकलीफें और रंज व ग़म खत्म हो जाते हैं। 💫
नए अनूठे रूप में:
दुरूदे नूर ✨ Durood-e-Noor
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुह़म्मदिन नूरील अनवारि व सिर्रिल असरारि व सय्यिदिल अबरारि।
कर्रमल्लाहू वजहहु से हदीस शरीफ नक़ल है कि तुम्हारा मुझ पर दुरूद (Darood Sharif) पढ़ना तुम्हारी दुआओं की सुरक्षा करेगा और तुम्हारे रब की खुशी का कारण बनेगा। 🌟
दुरूदे जमाली 🌺
अल्लाहुम्मा स़ल्लि अ़ला सय्यिदिना मुह़म्मदिवँ व अ़ला आलिही बी-क़दरी हुसनिही व जमालिही।
हज़रत इमाम हसन बिन अली रदियल्लाहु अन्हुमा ने फरमाया कि जो व्यक्ति किसी मुहीम या समस्या में हो, अगर वह इस दुरूदे पाक (Darood-e-Pak) को हजार बार प्रेम और समर्पण से पढ़े और अल्लाह से प्रार्थना करे, तो अल्लाह उसकी परेशानी दूर करेगा और उसे उसकी इच्छा में सफलता देगा। 🌼
मुँह की बदबू दूर करने का उपाय 🌿
अल्लाहुम्मा स़ल्लि व स़ल्लिम अ़लन नबीय्यत् ताहिरि।
दुरूदे पाक (Darood-e-Pak) को एक ही सांस में ग्यारह बार पढ़ने से, बदबूदार भोजन के बाद मुँह में आने वाली दुर्गंध दूर हो जाती है। 🌬️
दुरूदे ख़ास 🌟
स़ल्ललाहु अलैका या मुह़म्मदु नुरम-मिन नुरिल्लाहि।
यदि कोई परेशानी या मुसीबत आ जाए तो सिद्क के साथ इस दुरूद शरीफ (Darood Sharif) को पढ़ने से हर प्रकार की मुसीबतें, तकलीफें और दुख समाप्त हो जाते हैं। 💫
ईमान की हिफाज़त 😊
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिवें व अ़ला आलि मुहम्मदिन सलातन दाइमतम बिदवामिका।
जो शख्स पचास मर्तबा दिन में और पचास मर्तबा रात में इस दुरूद शरीफ (Darood Sharif) को पढ़ेगा, तो उसका ईमान महफूज रहेगा। 😊
"सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला नबिय्यिना मुहम्मद"
"अल्लाहम्मा सल्लि अला मुहम्मद व अला आले मुहम्मद"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला सय्यिदिना मुहम्मद व अला आलिहि व अशाबिहि अजमाइन"
"अल्लाहम्मा सल्लि अला मुहम्मद अन-नबीयिय अल-उम्मी व अला आलिहि व सहबिहि व सल्लिम"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अला आले मुहम्मद बी अदादी खल्किका व ऱिधा नफ्सिका व ज़िनाता अरशिका व मिदादा कलिमातिका"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला मुहम्मद व आलिहि व अशाबिहि अत-तय्यिबिन अत-ताहिरिन"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद कमा सल्लैता अला इब्राहीम व आले इब्राहीम इन्नका हमीदुन मजीद"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला मुहम्मद व आले मुहम्मद कमा सल्लैता अला इब्राहीम व आले इब्राहीम इन्नका हमीदुन मजीद"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद फील-औव्वालिन वल-आखिरिन वल-मला'इल-अ'ला इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद अदादा मा ज़करहु अध-धाकिरून व ग़फल अन ज़िक्रिहि अल-ग़ाफिलून"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अला आले मुहम्मद बी अदादि मा काना व मा याकून व मा हुवा कैन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला मुहम्मद व अला आले मुहम्मद कमा सल्लैता अला इब्राहीम व अला आले इब्राहीम फिल-'आलमीन इन्नका हमीदुन मजीद"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला मुहम्मद व अला आलिही व अशाबिही व अतबाईही इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अला आले मुहम्मद बी अदादि अर-रम्ल व अल-हसा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलेहि व सहाबिही व सल्लिम तस्लीमन कथीरन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला सय्यिदिना मुहम्मद व अला आलिही व सहाबिही व मन वलाह"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिही व सहाबिही व मन तबिअहु बि इहसान इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिही व सहाबिही व धुर्रीयतिही व मन तबिअहुम बि इहसान इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादि हुरूफ अल-कुरान"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादि हुरूफ अल-कुरान"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिही व अशाबिही व मन इत्तबाहु बि इहसान इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिही व सहाबिही अदाद मा खलका व अदाद मा हुवा खालिक इला यौमिल-कियामा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिही व सहाबिही व सल्लिम तस्लीमन कथीरन तईयबन मुबारकान फिह"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिही व सहाबिही बी अदादि मा तुहिब्बु व तर्दा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बारिक अला मुहम्मद व आलिही व अशाबिही बी अदादि अन-नुजूम फी अस-समा'"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि बी अदादि खल्किका व रिद्धा नफ्सिका व ज़िनाता अर्शिका व मिदादा कलिमातिका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व अशाबिहि बी अदादि मा धकरका अध-धकरुन व घफला अन धिक्रिका अल-घफीलुन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व अशाबिहि अदादा मा हत्तथु अल-अर्द मिन मतर व अदादा मा अख्रजथु मिन ज़ुर'"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बरिक अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि अदादा खल्किका व ज़िनाता अर्शिका व मिदादा कलिमातिका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि अदादा मा धकरका अध-धकरुन व अदादा मा घफला अन धिक्रिका अल-घफीलुन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि अदादा मा कना व मा याकुन व मा हुवा कैन इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बरिक अला मुहम्मद व अलिहि व अशाबिहि व अतबाइहि अदादा मा खलक्ता व मा तखलुक इला यौमिल-क़ियामा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व अशाबिहि व अतबाइहि इला यौमिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम व बरिक अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि अदादा कत्रत अल-मतर व अदादा अन-नुजूम फि अस-समा' व अदादा अर-रिमाल फि अल-अर्द"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि अदादा मा वसीउहु इल्मुका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि अदादा कुल्लि हर्फिन नज़ला मिन अस-समा' इला अल-अर्द"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि बी अदादि मा फी इल्मिका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि बी अदादि मखलुकातिका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि बी अदादि अल-कवाकिब फि अस-समा'"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि बी अदादि अल-खल्क"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलिहि व सहबिहि बी अदादि मा कना व मा याकुन"
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद अन-नुजूम
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद अल-हसा
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद अल-अवराक
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद अर-रिमाल
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अश-शजर
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अल-बिहार
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद कत्रत अल-मातर
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद अल-कवाकिब
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अध-धर्रत
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि मा धरा' फी अल-बहर व अल-बर्र
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि अदाद कत्रत अस-समा'
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि हुब्ब अल-हसीद
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अर-रिमाल व अल-जिबाल
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अल-मलाइका अल-मुकर्रबीन
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि वरक़ अल-अशजर अश-शजर
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि धर्रत अल-हवा'
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अल-मखलूकात
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि कत्रत अल-मा'
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि नुजूम अस-समा'
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अवराक
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि मा खलक़ा फी अल-बहर
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि मा खलक़ा फी अल-बर्र
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि हुब्ब अल-हसा
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि मा फी अल-अर्द व अस-समा'
अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आलिहि व सह्बिहि बि अदादि अल-हुरूफ व अल-कलिमात
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा फ़ी अल-कवन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा खलक्त व मा अंत क़लिक इला यव्मिल-कियामाह"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मन सल्ल अलय्हि"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी अन-नुजूम व अल-कवाकिब"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा फ़ी अस-समावात व अल-अर्द"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी अल-हसा व अर-रम्ल"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी कुल्ली मखलूक"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा तुहिब्बू व तर्दा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी कुल्ली मन धकरहु व धकरतहु"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी हब्बत अल-मातर"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी कुल्ली शै"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा धरा अल-हवा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा धकरहु अध-धकरून"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा ग़फला अन धिक्रिही अल-ग़फिलून"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा खलक व मा सयखलूक इला यव्मिद-दीन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी कुल्ली मखलूक"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी मा खलका फ़ी अल-बर्र व अल-बह्र"
"अल्लाहुम्मा सल्लि व सल्लिम अला मुहम्मद व अलीहि व सहबिहि बि अदादी खल्क अल्लाह व अदादा मखलूकातिहि"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-उम्मी वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल-मुस्तफा वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल-मबऊथ रहमतन लिल-आलमीन वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अश-शफी' अल-मुशफ्फा' वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नूर अल-हादी वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल-महबूब अल-महमूद वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद सय्यिद अल-खल्क अजमैं वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नूर अल-मुबीन वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल-हादी अल-बशीर वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल्लदी अर्सल्तहु रहमतन लिल-आलमीन वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अत-ताहिर वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-अमीन वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अस-सादिक वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल्लदी जाआ' बिल-हक्क वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अस-साबिर वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अस-सादिक अल-अमीन वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-करीम वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल्लदी अकमल्तु बिही अद-दीन वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल्लदी अत्मम्तु बिही अन-निम्मह वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद अल-हादी अल-महदी वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला मुहम्मद साहिबल-शफा'ह वा अला अलीहि वा सहबिहि वा सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी उर्जा बिहि इला अस-समा' वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद हबीब अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद सफ्वत अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद खैर ख़ल्क़ अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अर-रहमाह अल-मुहदः वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद नूर अल-हक़्क़ वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद तबीब अल-क़ुलूब वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल-काइम बी अम्र अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल-बशीर अन-नदीर वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल-अब्द अल-कामिल वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी अव्हैता इलैहि अल-किताब वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद सय्यिद अल-मुर्सलीन वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-अज़ाम वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अन-नूर अस-सटी' वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी अर्सल्तहु बिल-हुदा व दीन अल-हक़्क़ वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी जा' बिल-कुऱान अल-अज़ीम वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-मुकर्रम वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी उर्जा बिहि इला अस-समा' वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद हबीब अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद सफ्वत अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद खैर ख़ल्क़ अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अर-रहमाह अल-मुहदः वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद नूर अल-हक़्क़ वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद तबीब अल-क़ुलूब वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल-काइम बी अम्र अल्लाह वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल-बशीर अन-नदीर वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल-अब्द अल-कामिल वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी अव्हैता इलैहि अल-किताब वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद सय्यिद अल-मुर्सलीन वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-अज़ाम वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अन-नूर अस-सटी' वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी अर्सल्तहु बिल-हुदा व दीन अल-हक़्क़ वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अल्लाधी जा' बिल-कुऱान अल-अज़ीम वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद अन-नबी अल-मुकर्रम वा अला अलीही व सहबीही व सल्लिम"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा त'लमहु अन्त मिं अदद खल्किक"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा अह्सा किताबुक वा अददा मा फी किताबिक"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा सब्बहक अल-मलाइकह वा अल-अंबिया"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी कुल्लि कतरत मा नज़लत मिं अस-समा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा खलक अल्लाह फी अद-दुनिया वा अल-आखिरह"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी कुल्लि द'वाह द'आ बीहा अद-द'ऊन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी कुल्लि नफ्सिन वा नफ्स मिन मख्लूकातिका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी कुल्लि शय'इन फी अस-समावत वा अल-अर्द"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा कान वा मा याकुन मिं निअमतिका"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा कान वा मा याकुन इला यौमिद-दिन"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा खलक अल्लाह फी अल-कौन कुल्लिहि"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा अहता बिहि 'इल्मुक"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा हबत अर-रियाह"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा तल'अत अश-शम्स वा ग़रबत"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा फी अस-समावत अस-सब' वा अल-अर्दिन अस-सब'"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा कतबत अल-अकलाम"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा अदाअत अन-नुजूम फी अस-समा"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा फी अस-समावत वा अल-अर्द"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी हब्बत अल-मतर वा अवराक अश-शजर"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा खलक फी अल-बर्र वा अल-बहर"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी मा खलक अल्लाह फी अल-अर्द वा अस-समावत"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी कुल्लि लहज़ह तमूर अलल-खल्क"
"अल्लाहुम्मा सल्लि वा सल्लिम अला मुहम्मद वा अला आली मुहम्मद बी अददी कुल्लि सफह फी सिजिल अल-अ'माल"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी कुल्लि नज्माहि फी अस-समाओ'"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी कुल्लि शा'रा ही अला जिस्म अल-खल्क"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी कुल्लि क़ल्बिन यंदुबु बिधिक्र अल्लाह"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी कुल्लि लह्ज़ा तस्तग़्फ़िर फीहा अल-खल्क"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी मा ख़त अल-क़लम फी लौह अल-महफूथ"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी मा तुशरिक बिहि अश-शम्स व तघ्रुब"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी मा युश्रिकु नूर अल-ईमान फी कुलुब अल-मुमिनीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी मा युआज़्ज़िमुक व युक़द्दिसुक फी अस-समावात व अल-अर्द"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी मा यस्तग़्फ़िरुक अल-खल्क"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला मुहम्मद व आले मुहम्मद बी अदादी मा यदुऊनाका फिल लैल व अन-नहार"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अस-सादिक अल-वादिअ अल-अमीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अल-हबीब अल-मुस्तफ़ा"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अश-शफ़ीई अश-शफ़ीई"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद रहमतन लिल-आलमीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अल-हाशिमी अल-मक्की"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अल-अमीन अस-सादिक"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद रसूलुल्लाह"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अन-नबी अल-उम्मी"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद ख़ातमुल-अनबिया"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद राइसुल-मुर्सालीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अर-रहमत लिल-आलमीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अन-नूर अन-नज़िर"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद रब्बुल-आर्शिल-मजीद"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद अल-बाशिर अन-नज़िर"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद हबीब अर-रहमान"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद सय्यिदुल-मुर्सालीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद रसूलु अर-रहमाह"
"अल्लाहुम्मा सल्ली व सल्लिम अला नबिय्यिना मुहम्मद इमामुल-मुत्ताकिन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला नबिय्यना मुहम्मद क़ैद अल-घुर्र अल-मुहज्जलिन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला नबीयिना मुहम्मद ज़ैन अल-अबिदीन"
"अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला नबिय्यना मुहम्मद इमाम अल-हुदा"
"अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला नबियिना मुहम्मद सिराज अल-मुनीर"
"अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला नबीयिना मुहम्मद हबीब अल्लाह"
"अल्लाहुम्मा सल्ली वा सल्लिम अला नबीयिना मुहम्मद अल-फ़ातिह लीमा अग़लाक"
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Chota, Short Beautiful Darood Sharif Pak In Hindi Mein
शुरू करें रूहानी रौशनी का सफर [वेबसाइट का नाम] के साथ, आपका भरोसा के साथ यात्रा करते समय साथी। हमारे मंच पर Darood Sharif को Hindi, English, और Arabic mein अपलोड किया गया है, यहां हमारी साइट पर लगभाग हर दरूद को अल्लाह के रसूल की मोहब्बत में दिए गए हैं। खुद को समेट लो दरूददरूद Durud pak Ibrahim के Barkat, Fazilat, Darood Taj के शानदार, या Darood Tanjeena के सुकून में, जो विश्वास करने वालों को आखिरी Barakt, Faziat और देता है। आप अल्लाह और उसके रसूल से नाज़दिकिया बदाने की सोचे या फिर जिंदगी और आख़िरत सवारने की सोचे। और अल्लाह के रसूल "सल्लल्लाहो अलै वसल्लम" से एक सच्चा आशिक चाहते हो ये आप के लिए वह रास्ता है।, [www.daroodsharif.online] एक उजागर दिशा निर्देशक के रूप में खड़ा है। Darud Sharif pak के हुस्न को अपने दिल में महसूस करें, जब आप अनुग्रहों से भरा रास्ता तय करते हैं, श्रद्धा और समर्पण के साथ। "पैगंबर मुहम्मद की याद में, आसन और फ़ैदायमंद तारीख़ से salawat पढ़ने का तरीका सीखें। हर Jumma, असर के बाद, 100 मरतबा सलावत पढ़ कर बरकत हासिल करें। ये अमल Urdu, Arabic, aur Hinglish में भी आसान है।
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Irfan Sheikh
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