🛍️ बाज़ार जाने का दरूद शरीफ़: बरकत और हिफ़ाज़त की दुआ ✨

📿 Sukun, Barkat aur Allah ki Hifazat ke Sath Har Safar

🔹 क्या आप कभी सोचते हैं कि बाजार जाने से पहले कोई ऐसी दुआ पढ़ी जाए जो आपको बुराइयों से महफूज़ रखे और आपके रिज़्क़ में बरकत लाए?
🌙 इस्लाम हमें हर काम के लिए ख़ास दुआएँ सिखाता है — यहां तक कि बाज़ार जाने से पहले भी!


📖 बाज़ार जाने की ख़ास दरूद शरीफ़ 🛒

🔤 भाषा📜 दरूद शरीफ़ / दुआ
🕋 अरबीاَللّٰهُمَّ اِنِّىْ اَسْئَلُكَ خَيْرَ هٰذِهِ السُّوْقِ وَخَيْرَ مَا فِيْهَا… وَشَرِّ مَا فِيْهَا…
🇮🇳 हिंदी“अल्लाहुम्मा इन्नी असअलुका ख़ैर हाज़िहिस सूक़ि… व शर्रि मा फीहा…”
🔠 हिंग्लिशAllahumma inni as’aluka khaira haazihis-sooki wa khaira maa feeha…
📚 हिंदी अनुवाद“ऐ अल्लाह! मैं तुझसे इस बाजार की भलाई और जो इसमें है उसकी भलाई चाहता हूँ…”

📝 पूरा अर्थ:

“ऐ अल्लाह! मैं तुझसे इस बाज़ार की भलाई और उसमें मौजूद हर अच्छी चीज़ की भलाई चाहता हूँ, और उसकी बुराई और उसमें मौजूद हर बुराई से तेरी पनाह चाहता हूँ। ऐ अल्लाह! मैं तेरी पनाह चाहता हूँ कि मैं इसमें कोई झूठी क़सम खाऊँ या कोई घाटे का सौदा करूँ।”


🔍 इस दरूद का मतलब, संदर्भ और पृष्ठभूमि 🧭

🕌 इस प्यारी सी दुआ को बाज़ार जाने से पहले पढ़ना सिखाया गया है ताकि हम:

  • भलाई की तलब करें
  • बुराई से महफूज़ रहें
  • रिज़्क़ में बरकत की उम्मीद करें
  • धोखा, लालच और गुनाह से बचें

📌 यह दुआ एक मुसलमान को दुनिया और आख़िरत दोनों के लिए सलीके से जीना सिखाती है।


🌟 इस दरूद शरीफ़ की फ़ज़ीलत और अहमियत 💎

🌟 फायदे💡 विवरण
💰 रिज़्क़ में बरकतAllah Ta’ala बाज़ार के कारोबार में बरकत अता फरमाते हैं।
🛡️ शर से हिफ़ाज़तबाजार की बुराइयों, फितनों और धोखों से महफूज़ रहने की दुआ।
🚫 गुनाहों से बचावलालच, झूठ और गलत सौदे से दूर रखती है।
🧘‍♀️ दिल को सुकूनहर क़दम पर अल्लाह से जुड़ाव का एहसास होता है।
🕋 इबादत का एहसाससाधारण खरीदारी भी इबादत में तब्दील हो जाती है।

🖋️ हालाँकि यह दुआ किसी मशहूर हदीस में नहीं मिलती, लेकिन इसका मतलब और मकसद कुरआन और सुन्नत के उसूलों से मेल खाता है।


📆 कब और कैसे पढ़ें ये दरूद शरीफ़? 🧾

🔹 बाज़ार जाने से ठीक पहले
🔹 घर से निकलते वक़्त या बाजार के दरवाज़े पर
🔹 वुज़ू की हालत में या बिना वुज़ू के (अगर जरूरत हो)
🔹 दिल से, तवज्जोह के साथ और मानी समझते हुए

📌 पढ़ने की तादाद:
🔸 एक बार पढ़ना भी काफी है
🔸 बेहतर है कि इसे तीन बार पढ़ा जाए

📍 अवसर🙏 दुआ पढ़ने का सुझाव
🏡 घर से निकलते समयएक बार दिल से पढ़ें
🚪 बाजार में दाख़िल होते वक़्तदुआ की ताज़गी के लिए दोहराएं
🛍️ खरीदारी शुरू करने से पहलेसौदे में बरकत के लिए पढ़ें

❤️ आख़री बात: हर क़दम पर अल्लाह की याद 🌙

🧕 बाजार जाना हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा है, लेकिन एक सच्चा मोमिन वही है जो हर काम में अल्लाह को शामिल करे

💎 इस छोटी सी दुआ के जरिए आप बाजार की भाग-दौड़ में भी अल्लाह से जुड़े रहेंगे, और आपका हर सौदा बरकत वाला और महफूज़ बनेगा।

🕊️ “तो अगली बार जब भी बाजार जाएं, इस प्यारी सी दरूद शरीफ़ को ज़रूर पढ़ें और अल्लाह की रहमत का दरवाज़ा खोलें।”

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