✨ “ज़रा तसव्वुर कीजिए — एक मुस्लिम, घर का नया Wi-Fi सिस्टम लगा रहा है। सिस्टम चालू होने से पहले ही वह कहता है: ‘بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ और फिर दरूद शरीफ़ पढ़ता है। यही तो है दीन और दुनिया का मेल!” 😇📡
❓ क्या वाकई ‘Wi-Fi Setup का दरूद शरीफ़’ होता है?
📌 सादा जवाब: नहीं। इस्लामी इल्म और रवायत में ‘Wi-Fi’ या ‘तकनीकी कामों’ के लिए कोई खास दरूद शरीफ़ मौजूद नहीं है।
🔸 दरूद शरीफ़ (Durood Sharif) का मतलब होता है — नबी करीम ﷺ पर सलाम और रहमत की दुआ करना।
🔸 ये दुआएँ आमतौर पर क़ुरआन, हदीस या मशहूर उलमा से मुन्तक़िल होती हैं।
🔸 किसी तकनीकी अमल के लिए नया दरूद बनाना इस्लामी उसूलों के खिलाफ़ होगा।
💡 फिर क्या करें? (What Can We Do?)
🔸 इस्लाम में हमें हर काम से पहले अल्लाह को याद करने की तालीम दी गई है।
✅ इसलिए जब आप Wi-Fi सेट करें या कोई और टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करें, तो ये करें:
🌐 काम | 🧠 नियत और अमल | 📿 क्या पढ़ें? |
---|---|---|
Wi-Fi चालू करना | नेक नियत से शुरू करें | “बिस्मिल्लाह” |
नेटवर्क कनेक्शन टेस्ट करना | नीयत करें कि इससे भलाई फैले | “اللهم بارك لنا فيه” |
काम से पहले | अल्लाह की मदद मांगे | “दरूद शरीफ़” (कोई भी माशहूर दरूद) |
सेटअप मुकम्मल होने पर | शुक्र अदा करें | “الحمد لله” |
🌟 एक मुक़द्दस रवायत – दरूद शरीफ़ की बरकतें
📖 अल्लाह तआला क़ुरआन में फ़रमाता है:
إِنَّ اللَّهَ وَمَلَائِكَتَهُ يُصَلُّونَ عَلَى النَّبِيِّ ۚ
يَا أَيُّهَا الَّذِينَ آمَنُوا صَلُّوا عَلَيْهِ وَسَلِّمُوا تَسْلِيمًا
(सूरह अल-अहज़ाब, आयत 56)
📌 मायनी: “बेशक अल्लाह और उसके फ़रिश्ते नबी (ﷺ) पर दरूद भेजते हैं। ऐ ईमान वालों! तुम भी उन पर दरूद व सलाम भेजो।”
🧘♂️ तकनीक और तसव्वुफ़ का मेल 📡🕊️
🔹 आज का दौर डिजिटल है, लेकिन दिलों में इश्क़े रसूल ﷺ की रोशनी हमेशा ज़िंदा है।
👉 जब हम दरूद शरीफ़ को अपनी ज़िन्दगी के हर हिस्से में शामिल करते हैं — चाहे वह खाना पकाना हो, गाड़ी चलाना हो या Wi-Fi कनेक्ट करना — तो हम अपने अमल को इबादत में तब्दील कर देते हैं। 🤲💞
📿 मशहूर दरूद शरीफ़ जो हर काम से पहले पढ़ा जा सकता है:
اللَّهُمَّ صَلِّ عَلَىٰ مُحَمَّدٍ وَعَلَىٰ آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ عَلَىٰ إِبْرَاهِيمَ…
(Darood-e-Ibrahimi)
📝 हिंदी उच्चारण:
“अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मदिन व अला आली मुहम्मद…”
🎯 नतीजा (Conclusion):
✅ ❝ Wi-Fi Setup का कोई खास दरूद शरीफ़ नहीं है, ❞
मगर…
✅ ❝ हर काम को नेक नीयत और दरूद शरीफ़ के साथ करने की तालीम है। ❞
🌟 इसीलिए…
💖 तकनीक का इस्तेमाल भी रूहानी बन सकता है,
अगर हम “बिस्मिल्लाह”, “दरूद शरीफ़“, और “शुक्रिया” जैसे अल्फाज़ को अपनी आदत बना लें।
🙌 आइए एक नई आदत बनाएं:
🔽 हर नया डिजिटल काम शुरू करने से पहले:
- ✅ “बिस्मिल्लाह” कहें
- ✅ एक मर्तबा दरूद शरीफ़ पढ़ें
- ✅ अल्लाह से नीयत की सफ़ाई और काम में बरकत की दुआ करें
- ✅ और अंत में “अल्हम्दुलिल्लाह” कहना न भूलें
📌 हैशटैग्स :
#DaroodSharif #IslamAndTechnology #WifiSetupDua #DigitalDeen #IslamicLifestyle #BismillahBeforeTech #SpiritualRoutine #TechWithTawakkul #WiFiSetupTips #MuslimLifeHacks